भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत मिडिल ऑर्डर बैटर से की थी. सहवाग मिडिल ऑर्डर से ओपनर कैसे बने? ये सवाल सभी के जेहन में है.
वीरू ने पाकिस्तान के पूर्व तूफानी गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) से एक शो में बताया कि उन्हें टॉप ऑर्डर में प्रमोट करने का आइडिया किसका था. पिछले साल एशिया कप से पहले सहवाग ने एक चैनल पर कहा था कि इसके पीछे टीम इंडिया के पूर्व पेसर जहीर खान (Zaheer Khan) का सबसे अहम योगदान था ।
जिन्होंने तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली से मुझे आगे खिलाने की सिफारिश की थी. नजफगढ़ के नवाब’ यानी वीरेंद्र सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर में दुनिया में किसी भी गेंदबाज को नहीं बख्शा. सहवाग को बेखौफ अंदाज में बैटिंग के लिए दुनिया जानती हैं.
पहली गेंद से हिट करना सहवाग की आदत रही है. परिस्थिति चाहे जो भी हो, वीरू अपना स्वाभाविक गेम खेला करते थे. तब के तूफानी गेंदबाज शोएब अख्तर हों या कंगारू पेसर ब्रेट ली. सहवाग ने किसी को नहीं छोड़ा.
सहवाग ने साल 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ मोहाली में अपना वनडे डेब्यू किया था. उस मुकाबले में सहवाग सातवें नंबर पर बैटिंग के लिए उतरे थे. तब शोएब अख्तर ने मैच की दूसरी ही गेंद पर वीरू को पवेलियन भेज दिया था.
पिछले साल एशिया कप 2022 से पहले स्टार स्पोर्ट्स पर वीरेंद्र सहवाग और शोएब अख्तर आमने सामने थे. उस समय सहवाग ने बताया था कि शोएब ने इतनी तेज गेंद डाली की मुझे दिखी भी नहीं और वह मेरे पैड पर जाकर लग चुकी थी.
अंपायर ने आउट के लिए अंगुली हवा में उठाया और सहवाग को डेब्यू मैच में सस्ते में पवेलियन लौटना. शोएब अख्तर ने शो में पूछा कि उस समय तुम नंबर सात पर क्या कर रहे थे? तब सहवाग ने कहा कि उन्होंने शुरुआत मिडिल ऑर्डर से ही की थी.
फिर अख्तर ने पूछा कि टॉप ऑर्डर में खिलाने की आइडिया किसकी थी? इसपर सहवाग ने कहा कि यह जहीर खान की आइडिया थी कि मैं टॉप ऑर्डर मे खेलूं. उन्होंने ये बात सौरव गांगुली से बोली और दादा ने जहीर की बात मान ली.
सहवाग की इस बात को सुनते ही अख्तर ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘ जहीर खान तेरा बेड़ा गर्क हो, तूने हमारे साथ ये क्या किया.’ सहवाग को अख्तर ने जालिम करार दिया था. ‘रावलपिंडी एक्सप्रेस’ ने कहा कि खड़े होकर तू सिर्फ मारता ही रहता था. सहवाग गेंदबाजों की बेहरहमी से पिटाई करते थे.