इल्म और जहालत क्या होती है अगर इस सवाल का जवाब पूछा जाए उसके कई जवाब हो सकते हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसा जवाब बताएंगे आज के हालात के एतेबार से आप हैरान हो जाएंगे वह भी एक किससे के जरिए एक वेबसाइट पर इस किस्से को पढ़ा पूरा दिमाग घूम गया फिर समझ में आया इल्म और जहालत क्या होती है।
एक बूढ़ी औरत मस्जिद के सामने भीख मांगती थी एक आदमी ने उससे पूछा क्या आपका कोई बेटा कमाने वाला नहीं है कुछ बूढ़ी औरत ने कहा है फिर उसने सवाल किया फिर आप यहां भीख क्यों मांग रही हैं उस बूढ़ी औरत ने कहा मेरे पति का इंतकाल हो गया है ।
मेरा बेटा नौकरी के लिए बाहर मुल्क चला गया जाते हुए उसने कुछ खर्च के लिए मुझे पैसे देकर गया था और वो सारे पैसे खत्म हो गए इस वजह से भीख मांग रही हूँ उस आदमी ने पूछा क्या आपका बेटा आपको कुछ नहीं भेजता है ।
बूढ़ी औरत ने कहा मेरा बेटा हर महीने रंग बिरंग कागज भेजता है जिसे मैं घर के दीवार पर चिपका कर रखती हूं वह आदमी उसके घर गया और देखा कि दीवार पर बैंक के 60 ड्रॉफ्ट चिपकाए हुए हैं हर ड्राफ्ट ₹50000 का था पढ़े लिखे ना होने की वजह से वह औरत नहीं जानती थी ।
उसके पास कितनी दौलत है उस आदमी ने जब उसे ड्राफ्ट की अहमियत समझा दी तो औरत बहुत खुश हूं और हैरान भी हुई और परेशान भी हुई कि इतनी दौलत होते हुए भी वह भीख मांग रही थी हमारी हालत भी उस बूढ़ी औरत की तरह है हमारे पास कुरान है ।
और हम उसे अपने मुंह से चूमते है और माथे पर लगाकर अपने घर में रखते हैं लेकिन हम उसका फायदा सिर्फ इस सूरत में उठा सकेंगे जब हम उसे पढ़ेंगे उसके माना और तफ़्सीर को समझेंगे और उसको अपनी जिंदगी में ले आएंगे तभी इंशा अल्लाह हमारी दुनिया और उसके बाद की जिंदगी दोनों बेहतर होगी।
अल्लाह हम सबको कुरान की अजमत को समझने की तौफीक अता फरमाए हमारे पास बहुत बड़ा खज़ाना मौजूद है लेकिन हमारी जहालत की वजह से उस में छुपे इनाम से आज हम सब महरूम हैं ।