पाकिस्तानी क्रिकेट टीम में इस वक्त जिस खिलाड़ी की चर्चा सबसे ज्यादा होती है वह मोहम्मद रिजवान है PSL मैच में उनकी टीम फाइनल तक पहुंची इसके अलावा इनका प्रदर्शन अब तक बहुत ही शानदार रहा है इंडिपेंडेंट उर्दू में पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर मुस्ताक अहमद के साथ बातचीत में उन्होंने कई खुलासे किए हैं।बातचीत के दौरान इनसे इस्लाम के बारे में भी बात की गई, इसके अलावा उनसे पूछा गया कि आप को सबसे खतरनाक पर कौन बॉलर लगते हैं जिनको खेलने में आपको मुश्किल पेश आती है ।
मोहम्मद रिजवान से पूछा गया कि आपको किस गेंदबाज को खेलने में मुश्किल पेश आती है उन्होंने ऑस्ट्रेलियन फास्ट बॉलर जोश हेजलवुड को बताया कि उनको खेलना सबसे मुश्किल लगता है. लेकिन शुरुआती दौर में डोमेस्टिक क्रिकेट में स्पिनर ज़ुल्फ़िकार बाबर मुश्किल लगते थे।
उसके बाद बांग्लादेश के स्पिनर शाकीबुल हसन भी मुश्किल लगे उन्होंने कहा दुनिया में कोई भी कुर्बानी के बगैर नंबर वन नहीं बन सकता ऐसा नहीं हो सकता कि मैं अंदर-16 से डायरेक्ट पाकिस्तान क्रिकेट टीम में खेलने लगूं ।
मोहम्मद रिजवान ने कहा जब मुश्किलें सामने आती हैं तो तजुर्बा मिलता है और उस तजुर्बे से आदमी सीखते हुए कामयाब इंसान बनता है लेकिन सबसे अहम सवाल यह है कि आपको कितना यकीन है. एक और सवाल के जवाब में उन्होंने कहां।
हमें अपने दीन पर शर्माना नहीं चाहिए और “नबी अकरम” और दीन के तरीकों पर फख्र करना चाहिए. उन्होंने कहा गोरे हमसे जब सवाल करते हैं तो उस सवाल का जवाब पाकर उनको सुकून मिलता है।
उन्होंने कहा हम मुसलमानों को गोरों के सामने नमाज पढ़ते और अजान देते हुए अजीब लगता है. यह लोगों के सामने क्या कर रहे है गोरों से पूछे जब हम ये कर रहे होते हैं तो उन्हें सुकून मिल रहा होता है. और वह हमसे पूछ रहे होते हैं इसकी मिसाल देते हुए रिज़वान कहते हैं ।
टीम डेविड और डेविड विली ने मुझसे दीन के बारे में कई सवाल किए यहां तक कि नमाज़ की वजह से पैर पर जो निशान बन जाता है उसके बारे में भी डेविड वाली ने मुझसे पूछा कि क्या यह नमाज की वजह से बना है, उन्हें हमारे दीन से लगाव है लेकिन हमें सबके सामने करने में शर्म आती है ।