मर्द एक ऐसा ताजमहल है जिसके अंदर बेशुमार मुमताज दफन होती हैं, दो लोगों से नहीं जिया जा सकता एक वो औरत जो हायादार ना हो, और एक वो मर्द जो वफादार ना हो। दुनिया में अगर अपनी जगह बनाई है तो सबसे खूबसूरत जगह किसी की सोच में रहना, किसी की दुआओं में रहना, और किसी के दिल में रहना है।
जब बेवफाई साबित हो जाए तो इंतजार खुद-ब-खुद खत्म हो जाता है औरत को एक लम्हे के लिए भी मोहब्बत का एहसास मिले तो उस लम्हे में कैद हो जाती है औरत मिलकियत नहीं मोहब्बत के हिसार में जीना चाहती है अगर मोहब्बत तुम्हारा सारा बोझल-पन खत्म ना कर दे तो खुद तुम्हारी जिंदगी का एक नकाबिल एतिबार इज़ाफ़ी बोझ है।
लहासिल की तमन्ना ऐसे है जैसे कोई बच्चा तितली पकड़ने की कोशिश में घर से बहुत दूर निकल जाता है फिर न तितली हाथ आती है ना वापसी का रास्ता । औरत को अगर वक्त, मोहब्बत, और इज्जत, दी जाए तो जान दे सकती है मगर कभी बेवफा यह धोखा नहीं दे सकती सच्ची मोहब्बत ही तो मुश्किल वक्त में साथ देती है।
हां वही छोड़ते हैं जो निभाने के काबिल नहीं होते, जो औरत सचमुच तुमसे प्यार करती होगी वह कभी न कभी तुमसे मिलकर ये दो सवाल जरूर पूछेगी कि वह तुम्हारी जिंदगी में क्या अहमियत रखती है, और क्या तुम भी उससे उतना ही प्यार करते हो जितना हो तुमसे करती है। वही इबादत कामिल है जो खुशी और मोहब्बत के साथ अदा की जाती है