क़तर में चल रहे वर्ल्ड कप के अहम् मुक़ाबले में कल स्विट्जरलैंड ने सर्बिया को 3-2 से हराकर विश्व कप फुटबॉल प्रतियोगिता में लगातार तीसरी बार अंतिम 16 में जगह बनाई। मुक़ाबला जब शुरू हुआ तो स्विट्ज़रलैंड ने बढ़त बना ली लेकिन सर्बियाई खिलाड़ी भी गोल करने को बेताब थे और 26 वें मिनट में गोल के बदले गोल दाग दिया और मुक़ाबला 1-1 की बराबरी पर हो गया. 35 वें मिनट में सर्बिया ने एक और गोल कर दिया और अब वो 2-1 की बढ़त पर पहुँच गया.
स्विटज़रलैंड ने लेकिन शानदार वापसी की और हाफ़ टाइम से ठीक पहले एक और गोल कर मुक़ाबला 2-2 पर ला दिया. दूसरे हाफ़ के शुरू होते ही स्विटज़रलैंड ने एक और गोलकर निर्णायक बढ़त बना ली. मैच की बात विस्तार से करें तो जेरदान शाकिरी ने 20वें मिनट में स्विट्जरलैंड के लिए पहला गोल दागकर उसे बढ़त दिलाई लेकिन सर्बिया ने अलेक्जेंडर मित्रोविच (26वें मिनट) और दुसान व्लाहोविच (35वें मिनट) के गोल की मदद से शानदार वापसी की। ब्रेल एम्बोलो (44वें मिनट) ने मध्यांतर से ठीक पहले गोल करके स्विट्जरलैंड को बराबरी दिलाई।
स्विट्जरलैंड इससे पहले ब्राजील से हार गया था जबकि उसने कैमरून को हराया था। ऐसे में सर्बिया के खिलाफ जीत से उसका अंतिम 16 में स्थान पक्का था। उसके और ब्राजील के समान छह अंक रहे लेकिन दक्षिण अमेरिकी टीम बेहतर गोल अंतर के कारण ग्रुप में शीर्ष पर रही।
स्विट्जरलैंड की टीम ब्राजील में खेले गए 2014 के विश्वकप और इसके चार साल बाद रूस में भी अंतिम 16 में पहुंची थी। उसे हालांकि इन दोनों विश्वकप में क्रमशः अर्जेंटीना और स्वीडन से 1-0 के समान अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।
स्विस टीम अगर पुर्तगाल को हराने में सफल रहती है तो यह 1954 के बाद पहला अवसर होगा जबकि वह क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएगी। आपको बता दें कि स्विटज़रलैंड के लिए पहला गोल करने वाले ज़ेर्दान शाकिरी अल्बानियाई कोसोवो मुस्लिम हैं. फ़ीफ़ा ने जब कोसोवो को मान्यता दी तो ये माना जा रहा था कि वो कोसोवो की टीम से खेलने चले जाएँगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और वो स्विटज़रलैंड की टीम के साथ बने रहे.