इंसान कभी-कभी इतना मजबूर होता है कि वो अपनी मजबूरी को दूर करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाता है. इंसान की मजबूरी का बड़ा कारण होता है कि वो अपने परिवार के लिए कुछ करना चाहता है और चाहकर भी कई बार वो इसमें नाकाम होता दीखता है. कुछ ऐसी सच्ची कहानियाँ हैं जिन्हें सुनकर किसी भी इंसान का दिल पसीज जाए।
हम अभी जिस बारे में बात करने जा रहे हैं वो सऊदी अरब की बात है. सऊदी अरब के एक घर में मालकिन ने देखा कि उसकी नौकरानी बार-बार बाथरूम जाती है. मालकिन इस ओर ध्यान देती है कि आख़िर में क्या हो रहा है, कुछ ही देर में वो कुछ अजीब सी आवाज़ें बाथरूम से सुनती है।
मालकिन के मन में आया कि ज़रूर नौकरानी को किसी तरह की कोई परेशानी है जिसकी वजह से वो बार-बार बाथरूम जा रही है. मालकिन लेकिन सोच कर ही रह गई कुछ दिन जब ये लगातार चलता रहा तो सऊदी मालकिन को शक हुआ कि शायद कुछ गड़बड़ है।
मालकिन ने चुपचाप बाथरूम के पास जाकर नौकरानी की बात सुनने की कोशिश की. जब भी नौकरानी बाथरूम में जाती, वो कान लगाकर बाहर खड़ी हो जाती. इसके बाद जब बाथरूम से बाहर की ओर क़दमों की आहत सुनती तो वो दूर हट जाती और जब नौकरानी बाथरूम से चली जाती तो वो अन्दर जाकर चेक करती कि आख़िर बाथरूम में चल क्या रहा था।
फिर भी मालकिन को कुछ भी ऐसा नहीं दिखा जो अजीब हो. एक रोज़ मालकिन से रहा नहीं गया और उसने अपनी नौकरानी को अपने पास बुलाया. नौकरानी से पूछा कि आख़िर जो आवाज़ें बाथरूम से आती हैं उनका क्या कारण है. इस पर नौकरानी पहले ख़ामोश रही लेकिन बार-बार पूछने पर उसने जो बताया वो मालकिन के पैरों से ज़मीन खिसकने जैसा था।
नौकरानी ने बताया कि उसका एक दूध पीता बच्चा है जिसके बारे में आप नहीं जानतीं नौकरानी कहती है कि जब मैं काम के लिए आती हूं तो उसको घर ही छोड़ आती हूं और उसका पिता उसका ख़याल रखता है, उसका पिता पैर से अपाहिज है और चल नहीं पाता इसलिए कामकाज नहीं कर सकता।
वो कहती है कि दूध पिलाने के टाइम छा’ती दूध से भर जाती है जिससे मुझे बहुत द’र्द शुरू हो जाता है इस लिये बार बार दूध निकालने के लिये मुझे बाथरूम जाना पड़ता है दूध निकालते वक़्त तकलीफ होती है, जिसको बर्दाश्त नही कर पाती मुंह से आवा’ज़ निकल जाती है।
जब सऊदी औरत को ये बात मालूम हुई उसने अफ़सोस का इज़हार किया और उसने नौकरानी से कहा तुम अपने बच्चे को अपने साथ लाया करो और उसकी सैलरी भी बढ़ा दी ताकि अपने बच्चे का अच्छे से ख़याल रख सके.