जैसा कि आप सभी जानते है कि हर साल लाखो कि तादाद में मुस्लिम समाज के लोग हज और उमराह के लिए सऊदी अरब जाते है हज और उमराह दोनों ही मुसलमानो कि पवित्र-यात्रा हैं हज इस्लाम के पांच बुन्याद में से एक बुन्याद है हज के लिए साल में एक बार लोग जाते है जबकि उमराह के लिए कभी भी जाया जा सकता है, मुसलमानो पर हज फ़र्ज़ करार किया गया है, बालिग होते ही हज फ़र्ज़ हो जाता है लेकिन ज़्यदातर लोग उम्र के आखिरी समय में हज को जाते है हज के लिए जो मुस्लमान पैसे और शारीरिक रूप से मज़बूत है उनको अपनी ज़िन्दगी में एक बार हज करना ज़रूरी है.
उमरा की बात किया जाए तो ये हज से अलग है. उमराह इस्लाम में फर्ज नहीं है बल्कि सुन्नत है. मतलब हज को जाना एक मुस्लमान के लिए जरूरी होता है लेकिन उमरा पर जाना उसकी अपनी मर्ज़ी और पैसे पर निर्भर करता है. अगर वह हैसियत में इतना काबिल है कि अपने देश से सऊदी अरब जाकर उमरा का खर्चा उठा सकता है तो वह उमरा पर जा सकता है.
दोस्तों इसी बिच उमराह को लेकर सऊदी अरब ने एक बड़ा एलान कर दिया है जिसको सुनकर दुनिया भर के मुसलमानो में ख़ुशी कि लहर दौड़ उठेगी, जी है उमराह पर जाने वालो के लिए एक बड़ी खुशखबरी है.उमराह के लिए अब किसी भी तरह के वीजा पर जाने के लिए इजाज़त दे दी गई है. सऊदी अरब सरकार के इस फैसले से बड़ी तादाद में जाने वालो को राहत मिलेगी.
सऊदी अरब सरकार ने ऐलान कर दिया है कि अब लोग उमराह करने के लिए किसी भी वीजा पर सऊदी जा सकते हैं. आज तक कि खबर के अनुसार, सऊदी हुकूमत के एक अधिकारी ने बताया कि चाहे कोई टूरिस्ट वीजा से आया हो या फिर बिजनेस वीजा से, अब सभी तरह के वीजा पर उमरा करने की इजाज़त दे दी गई है. बता दें कि इससे पहले उमराह के लिए एक स्पेशल वीजा लेना पड़ता था जिसका समय अवधि एक महीने कि होती थी.
इस फैसले के पीछे सऊदी अरब ने ‘सऊदी मिशन 2030’ को आगे बढ़ाते हुए हर साल 3 करोड़ लोगों को उमरा कराने का उद्देश्य है. हालांकि, अगर किसी को उमरा करना है तो उसे पहले Eatmarna ऐप के जरिए अपॉइंटमेंट बुक करानी होगी.