मोहब्बत किसी सरहद की मोहताज नहीं होती है,दुनिया में कई ऐसे किस्से आप ने तो सुने ही होंगे,जिन्होंने अपनी मोहब्बत के आगे तमाम बंधन तोड़ कर एक दूसरे से मिल गए, चाहे वह सरहद हो,या ज़ात बिरादरी,कई जगह तो ऐसा मामला भी सामने आता है कि मोहब्बत की वजह से दो खानदानों में लंबी लड़ाई चल गई है.
लेकिन मोहब्बत करने वाले किसी भी चीज़ की परवाह नहीं करते हैं, उन्हें तो जिस से प्यार हो जाता है, वह हर हाल में उसे हासिल करना चाहते हैं,उसके इलावा उन्हें दुनिया में कुछ भी नज़र नहीं आता है.आज हम आप को एक ऐसी ही कहानी बताएँगे, जिस में पाकिस्तान की एक लड़की को मुंबई के लड़के से प्यार हो जाता है और फिर वह दोनों शादी कर लेते हैं.पाकिस्तानी लड़की का नाम साराह हुसैन है और वह पाकिस्तान से अपने रिश्तेदार के यहाँ मुंबई रहने के लिए आती है और यहीं पर उसे मुस्तफा नाम के एक लड़के से प्यार हो जाता है.इस प्यार के चर्चे जब दोनों के घर वालों को होती है तो घर वाले परेशान हो जाते हैं.
लेकिन फिर दोनों के जिद को देख कर और दोनों के प्यार को देख कर घर वाले भी राज़ी हो जाते हैं और इन दोनों की शादी करा देते हैं,पाकिस्तान की यह लड़की मुंबई अपने पति मुस्तफा के घर आ कर रहने लगती है.शादी के बाद दोनों बहुत खुश थे और अपनी जिंदगी गुज़ार रहे थे,इसी दौरान मुसतफा की नोकरी चली जाती है,और दोनों परेशान हो जाते हैं,अब मुसतफा अपनी पत्नी के खर्चे नहीं उठा पा रहा था, वह शादी के शुरू दिनो में जिस तरह से अपनी पत्नी को घुमाने के लिए ले जा रहा था.
अब वह इस तरह से नहीं ले जा पा रहा था, इस लिए मुस्तफा बहुत मायूस रहने लगा.उनके घर खाने के लाले पड़ गए, मुसतफा की पत्नी रात रात भर रोती रहती लेकिन उस ने इस बारे में कभी पाकिस्तान में अपने घर वालों को नहीं बताया.
ऐसे मुस्तफा की पत्नी ने सोचा कि वह जो काम पाकिस्तान में करती थी यहाँ क्यों न कर दिया जाए.और उस ने मुंबई में मेक-अप आर्टिस्ट का काम शुरू कर दिया क्योंकि सराह पाकिस्तान में यही काम किया करती थी.और अब मुस्तफा उस के इस काम में हाथ बटाने लगा, अब दोनों की जिंदगी फिर हंसी ख़ुशी गुज़र रही है.