सोशल मीडिया में एक वीडियो वा’यरल हो रही है जिसमें एक व्यक्ति चलती ट्रेन के नीचे एक औरत का सर पकड़े हुए लेटा हुआ है शुरू में ऐसा लगता है कोई फेक वीडियो हो सकती है क्योंकि किसी यकीन ही नहीं हो रहा था कि ऐसा भी मुमकिन है इस वीडियो में देखने वाले व्यक्ति का नाम मोहम्मद महबूब है जो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रहने वाले है।
शहर के बरखेड़ी इलाके में उनकी एक दुकान है और पेशे से ये कारपेंटर हैं। जबसे इनकी वीडियो वायरल हुई है इनकी पिछले कुछ दिनों की जिंदगी बदल चुकी है अब उनका हर जगह सम्मान हो रहा है और बधाई देने वाले लोग भी लगातार उनके घर पहुंच रहे हैं ।
आपको बता दें महबूब ने 5 फरवरी को अपने आप को खतरे में डालकर रेलवे ट्रैक पर फांसी एक लड़की की जान बचाई थी लड़की रेलवे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी के नीचे से पार कर रही थी तभी और ट्रेन चल पड़ी।
लड़की ने मदद की गुहार लगाई और करीब में मौजूद महबूब फौरन ट्रेन के नीचे चले गए और उन्हें लड़की को दबा कर रखा इसी बीच उनके ऊपर से मालगाड़ी के कई डिब्बे गुजर गए ट्रेन के जाने के बाद महबूब और लड़की दोनों ही सही सलामत रहे।
महबूब कहते हैं कि वह ईशा की नमाज पढ़ कर लौट रहे थे और शहर के बरखेड़ी फाटक के पास पहुंचे तब यह घटना हुई।महबूब कहते हैं कि घटना 5 फरवरी की है लेकिन उन्होंने बहुत कम लोगों को इसके बारे में बताया और वह खुद भी नहीं चाहते थे कि इसके बारे में किसी को पता चले ।
उनकी यह बहादुरी शायद लोगों को पता भी नहीं चलती अगर उनका वीडियो वायरल नहीं होता भीड़ में ही किसी ने उनकी वीडियो बनाकर 11 फरवरी को शेयर किया और वह वीडियो वायरल हो गया उसके बाद से भोपाल शहर में महबूब लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गए।
जिस वक्त देश में नफ’रत की यह हाल हो की हर तरफ मुस’लमानों से न’फरत की बात की जाती हो उस वक्त एक मुस्लिम युवक द्वारा हिं’दू लड़की की जा’न बचा’ने पर वह लोग भी तारीफ कर रहे हैं जो मुस’लमानों से नफ’रत की बात करते हैं ।
महबूब ने अपनी जा’न की परवाह भी नहीं की ऐसा भी हो सकता था उसकी जा’न बचाने के चक्कर में इनकी भी जा’न जा सकती थी यह भी नहीं वहां पर कोई नहीं था जबकि वहां दर्जनों लोग वहां मौजूद थे।
महबूब की एक 3 साल की बेटी भी है उनके साथ उनके माता-पिता भी रहते हैं महबूब के अनुसार जब यह बात उनके माता पिता और पत्नी को बताई तो उन्होंने उनकी तारीफ की कहा कि बहुत अच्छा किया जब शनिवार को महबूब की वायरल वीडियो उनकी पत्नी को दिखाया गया तब उनकी पत्नी को महसूस हुआ कि उन्होंने कितना बड़ा काम किया है।
जिस लड़की को महबूब ने बचाया उसका नाम स्नेहा गौर है और वो भोपाल में एक निजी संस्थान में सेल्स का काम करती है स्नेहा गौर हालांकि अभी तक महबूब से नहीं मिली है लेकिन उन्होंने बताया की महबूब ने ही उनकी जान बचाई है स्नेहा गौर को लेने उनका भाई आया था ।
जो ट्रैक की दूसरी तरफ खड़ा था गौर का कहना है कि वह अपने भाई को बताना चाहती थी जो सुरक्षित है इसलिए अपना सिर उठा रही थी। महबूब के पास अभी तक मोबाइल नहीं था।
लेकिन शहर के कई स्थानीय संगठन महबूब का सम्मान कर रहे हैं इन्हीं में से एक स्थानीय संस्था बीबीएम के संचालक शोएब हाशमी ने उनका सम्मान करके उन्हें मोबाइल फोन दिया है।
नोट: ये घ’टना 2022 की है इसको दुबारा पोस्ट की जा रही है ।