आजकल सोशल मीडिया पर यह सवाल बहुत वाय’रल हो रहा है कि अगर कोई लड़की मृ’त पाई जाती है तो उसे देख कर कैसे पता चलेगा कि वह मुस्लिम है या गैर मुस्लिम? इस संबंध में सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो चुकी है, लेकिन इस सवाल का जवाब अभी मिलना बाकी है।
इस सवाल के कई जवाब सामने आ चुके हैं कुछ लोगों के मुताबिक अगर किसी मुस्लिम बस्ती में ला’श मिलती है तो उसे मुसलमान माना जाना चाहिए और अगर उसके गैर-मुस्लिम होने का कोई निशान नहीं है तो उसका कफन दफन इस्लाम के अनुसार किया जाएगा।
इसके अलावा अगर कोई गैर-मुस्लिम होने का निशान है, जैसे माथे पर सिंदूर का नि’शान, जो हिं’दू होने का संकेत है, तो उसे गैर-मुस्लिम के रूप में चित्रित किया जाएगा। वही कुछ लोगों का कहना है उसको नहलाया जाए उसके पानी को जमा करके उस पानी को घोड़े के सामने रखा जाये.
अगर घोड़े ने पानी पिया है, तो वह मुसलमान है, अगर उसने पानी नहीं पिया है, तो वह गैर-मुस्लिम है। यह पूरी बहस है। इस सब बहस के बाद, यह निश्चित नहीं है कि कोई सौ प्रतिशत पता लगा सकता है कि लड़की मुस्लिम है या गैर-मुस्लिम।
कुछ लोगों के अनुसार मुस्लिम बस्ती में ला’श मिले तो उसे मुसलमान माना जाए और गैर मुस्लिम होने की निशानी न हो तो उसका कफन इस्लाम के मुताबिक होगा।
और अगर कोई गैर मुस्लिम की अलामत होने पर उसे गैर-मुसलमान के रूप में चित्रित किया जाएगा। इसके अलावा, कुछ लोगों की राय में, यदि लड़की की पहचान नहीं है, तो उसे नहलाया जाना चाहिए और जिस पानी में उसे नहलाया जाता है, घोड़ा के सामने रखा जाना चाहिए।
घोड़े ने पानी पिया तो वह मुसलमान है और अगर उसने पानी नहीं पिया तो वह गैर-मुसलमान है। यह पूरी बहस है। इस सब बहस के बाद, भी यह यकीन के साथ पता लगाना संभव नहीं है कि लड़की मुस्लिम है या गैर-मुस्लिम।

म’री हुई लड़की को देख कर कैसे पता चलेगा कि वह गैर-मुस्लिम है या मुस्लिम?
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