दुनिया भर में सबसे मशहूर खेलों में से एक है क्रिकेट आपको एक से बढ़कर शानदार क्रिकेटर देखने को मिले हैं. कई खिलाड़ी ऐसे भी रहे है जो अपने देश को छोड़कर किसी और देश के लिए खेलने लगते है. ठीक इसी तरह कई क्रिकेटर ऐसे भी है जिन्होंने अपने जीवन की शुरुआत तो किसी और धर्म के साथ की थी.
लेकिन कुछ सालों बाद उन्होंने अपने धर्म परिवर्तन करते हुए नया धर्म अपनाया. तो आइये आज जानते है पांच ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने अपना धर्म परिवर्तन किया है.
पाकिस्तान क्रिकेट के सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक बल्लेबाज़ मोहम्मद युसूफ इस लिस्ट में अपनी जगह बनाते है. मोहम्मद युसुफ ने अपनी बल्लेबाजी से कई रिकॉर्ड ननाये हैं. आपको बता दें, मोहम्मद युसुफ का जन्म एक ईसाई परिवार में हुआ था.
शुरूआती दिनों में उनका नाम युसुफ योहाना था. युसुफ योहाना पाकिस्तान क्रिकेट टीम में चौथे गैर मुस्लिम खिलाड़ी के रूप में शामिल हुए थे. साल 2005 में सईद अनवर से बहुत ही प्रभावित होकर उन्होंने तबलीगी जमात में अपनी मौजूदगी दिखाई और फिर इस्लाम धर्म को अपना लिया. उन्होंने अपने धर्म परिवर्तन की जानकारी कुछ समय बाद सार्वजानिक रूप से साझा की थी.
दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज वेन पार्नेल इस समय दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी संभालते नजर आते हैं. 33 साल के वेन पर्नेल बल्ले से भी अच्छा योगदान करते है . वेन पर्नेल का जन्म एक ईसाई परिवार में हुआ था. लेकिन साल 2011 में धर्म परिवर्तन कर वेन ने मुस्लिम धर्म को अपना लिया.
पार्नेल के इस्लाम धर्म के अपनाने के पीछे का कारण कई लोगों ने हाशिम अमला, इमरान ताहिर को बताया था, लेकिन पार्नेल ने खुद इन बातों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि बहुत ही समझने और पढ़ने के बाद उन्होंने मुस्लिम धर्म को अपनाया.
श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी तिलकरत्ने दिलशान ने श्रीलंका क्रिकेट के लिए बड़ा योगदान दिया है. दिलशान को अपने खुद से बनाये दिल स्कूप शॉट के चलते काफी लोकप्रियता हासिल की. बता दें तिलकरत्ने दिलशान एक मुस्लिम परिवार में जन्में थे.
दिलशान का नाम धर्म परिवर्तन से पहले तुवान मोहम्मद दिलशान था. अपने जीवन के शुरूआती दौर में अचानक से दिलशान बोद्ध धर्म से बहुत प्रभावित हुए. इसके बाद तो दिलशान ने अपनी 16 साल की उम्र में बौद्ध धर्म को अपना लिया और तुवान मोहम्मद दिलशान की जगह पर तिलकरत्ने दिलशान बन गए.
इस लिस्ट में एक भारतीय खिलाड़ी भी अपनी जगह बनता है. हम बात कर रहे हैं कृपाल सिंह की जिन्होंने भारत के लिए साल 1955 से 1964 के बीच 14 टेस्ट मैच खेले हैं. उनका जन्म सिख परिवार में हुआ था. कृपाल सिंह ने एक ईसाई लड़की के साथ शादी की.
ईसाई लड़की के साथ शादी करने के बाद कृपाल सिंह ने सिख धर्म से अपना धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म को अपना लिया. धर्म परिवर्तन के बाद कृपाल सिंह ने पगड़ी पहनना तो छोड़ ही दिया साथ ही अपनी दाढ़ी भी रखनी बंद कर दी.
श्रीलंका के स्पिन आलराउंडर के तौर पर टीम में शामिल किये गये सूरज रणदीप टीम में शामिल किये गये थे. सूरज ने श्रीलंका के लिए 31 वनडे और 12 टेस्ट मैचों के साथ 7 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेल चुके है. सूरज रणदीव का जन्म भी मुस्लिम परिवार मे ही हुआ था.
उनका नाम मरशूक मोहम्मद सूरज था. लेकिन साल 2010 में मरशूक ने बौद्ध धर्म को अपना कर सूरज रणदीव बन गए. आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुके सूरज मौजूदा समय में जीवन-यापन करने के लिए ऑस्ट्रेलिया में बस ड्राइवर का काम करते हैं.
