आदमी घर आया और उसकी पत्नी ने कहा हमारे गुसल खाने के पास जो पेड़ है उसको कटवा दो मेरी गैरत गवारा नहीं करती कि जब मैं नहा रही हूं तो कोई परिंदा की नजर मुझ पर पड़े वह अपनी पत्नी किस बात से बहुत अचंभित हुआ और उसने पेड़ को कटवा दिया वक्त गुजरता रहा एक दिन और वक्त से पहले अपने घर पहुंचा ।
तो देखा उसकी पत्नी किसी मर्द के साथ रंगरेलियां मना रही है उसे बहुत दुख हुआ अपना घर बार छोड़कर किसी शहर चला गया और वहां अपना कारोबार शुरू कर लिया उसका कारोबार खूब चला और अपने कारोबारी की बढ़ोतरी की वजह से बड़े-बड़े लोगों के साथ उसका उठना बैठना शुरू हुआ।
यहां तक की शहर का कोतवाल के साथ भी उसकी सलाम दुआ होने लगी एक दिन कोतवाल के घर चोरी हो गई पुलिस ने मुजरिम का सुराग लगाने और पकड़ने की बहुत कोशिश की लेकिन नाकाम रही उसने देखा कि एक नेक बुज़रुग कोतवाल के घर आना जाना है ।
और कोतवाल उसकी बहुत इज्जत करता है लेकिन एक बात उसकी समझ में नहीं आती थी कि बुजुर्ग आध पाव पर चलते हैं पूरा पैर जमीन पर क्यों नहीं रखते उसने किसी से वजह पूछी तो उसने बताया एक पूरा पावों इसलिए नहीं रखते कहीं कीड़े मकोड़े ना कुचले न जाए ।
वह आदमी फौरन कोतवाल के पास गया उसे कहा मैं अपनी जान की अमान चाहूं तो एक बात कहूं आप की चोरी उसी बुजुर्ग ने की है जब पूछताछ की गई तो चोरी का सामान उसी बुजुर्ग से बरामद हुआ तो कोतवाल ने हैरानी से कहा हमने कभी सोचा भी नहीं था।
कि वो बुजुर्ग ऐसा कर सकते हैं तुम्हें कैसे मालूम हुआ उसने कहा मेरे घर में एक पेड़ था जिसने मुझे नसीहत की थी जो लोग जरूरत से ज्यादा नेक नजर आने की कोशिश करते हैं वह अक्सर नेक नहीं होते यह हकीकत है कुछ लोग फेसबुक के हद तक बहुत एखलाक वाले रहते हैं ।
जो कि हकीकी जिंदगी में बहुत ही गंदे होते हैं उनके मोहल्ले दार रिश्तेदार है यहांतक की उनके घर वाले भी उस से पनाह मांगते हैं ऐसे अखलाकनामी का क्या फायदा जिसे सिर्फ वही लोग फायदा उठाएं जिनका आप कि प्रीतिकल ज़िन्दगी से कोई वास्ता ही नहीं।
अक्सर ऐसे किरदारों से वास्ता रहता है जरा तो झगड़ा क्या हुआ अपनी कमीनापन पर उतर आते हैं जरा से झगड़ा करके तो देखिए किसी से अपनी टाइमलाइन पर मशहूर क्या बने होते हैं हकीकत में क्या है ।
अल्लाह रब्बुल इज्जत से दुआ है हमें ज़ाहिरी और बातनी तौर पर अच्छे काम करने की तौफीक अता फरमाए और मामलात में और रहन-सहन में इख़लाक़ से रहने की तौफीक दे