उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) में एक ई-रिक्शे वाले ने ईमानदारी (Honestly) की नयी मिसाल कायम कर दी है जहां पर उसने अपनी गाड़ी में मिले 25 लाख रूपये (Twenty Five lac Rupees) जाकर पुलिस को सौंप दिये हैं जबकि उन पैसों का अभी तक कोई वारिस सामने नहीं निकल कर आया है
घटना कुछ दिन पहले की हैं जहां पर गाजियाबाद सिटी (Ghaziabad City) में ई रिक्शा चलाने वाले बुजुर्ग आस मोहम्मद रोज के जैसे अपना रिक्शा लेकर घर से निकले थे और सवारियों (Passengers) का इंतेजार कर रहे थे
फिर आस मोहम्मद (Aas Mohammad)के ई रिक्शा में कई सारी सवारियां बैठीं और उतरीं इसी बीच जब आस मोहम्मद कुछ देर के लिये फुरसत हुए तो अचानक उनका ध्यान उनके ई रिक्शा की पिछली सीट पर गया जहां पर एक बैग रखा हुआ था
आस मोहम्मद ने उस बेग (Bag) को उठाकर अपने पास रख लिया और इंतेजार (Wait) करने लगे कि कोई इस बेग का वारिस आये तो बेग उसको वापस कर दें
लेकिन शाम तक कोई भी ऐसा व्यक्ति न आया जिसने बेग पर अपना हक जताया हो तो आस मोहम्मद ने उस बेग को जब खोलकर देखा तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गयीं क्योंकि उसमें पूरे 25 लाख रूपये रखे हुए थे.
फिर आस मोहम्मद ने पैसै से भरा बेग जाकर पुलिस (Police) को सौंप दिया ताकि पुलिस उसके असली मालिक (Real Owner of Money) को ढूंढकर बेग सौंप सके
आस मोहम्मद जो खुद एक ई रिक्शा चलाते हैं और उनकी आर्थिक स्थिति (Economic Condition) भी कोई खास अच्छी नहीं है फिर भी उन्होने ईमानदारी दिखाकर सारा पैसा पुलिस को सौंप दिया.
जिसके पास पुलिस ने आस मोहम्मद को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है पुलिस ने आस मोहम्मद को सम्मानित किया है। पैसा किसका है, ये अभी पता नहीं चल पाया.आस मोहम्मद ने ईमानदारी की मिसाल क़ायम की है आज के वक़्त में.
