बाप के बाद भाई ही बहनों के सर का ताज होते हैं कहा जाता है अगर कुंवारी लड़की के घर में बाप की जूती न हो तो जवान भाई की मौजूदगी उसे दुनिया की नजर और बातों से बचाती है और समाज की यही हकीकत भी है कि भाई ही बहन का सबसे बड़ा महाफिज़ होते हैं।
लेकिन अगर ये भाई अपने बहनों का साथ ना दे और उनका हक अदा ना करें और उनसे मोहब्बत ना करें तो बहने जिंदगी भर खुद को अकेला महसूस करती हैं.
ऐसे ही एक मामला सामने आया है जो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है जहां एक भाई ने अपनी बहन को 30 साल से बाप की वरासत से महरूम रखा था और वह दर-दर की ठोकरें खाते फिर रही थी लेकिन भाई ने भी जुल्म की तमाम हद पार कर दी.
आपको बता दें इस्लाम ने बेटी को विरासत में जगह दी है जो अपनी बहन को वरासत में हिस्सा ना देने वाला का ठिकाना जहन्नाम है।लेकिन कुछ मर्द अपनी माल हवस और ज्यादा माल हासिल करने की ख्वाहिश में अपनी बहनों को उस हक से महरूम कर देते हैं बहुत बड़ा गुनाह है एक भाई ने 30 साल बहन को उसका हक से महरूम रखा.
तो बहन ने उसकी मौत पर जनाजे के साथ कब्रिस्तान तक गई और जैसे ही उसकी तदफीन हुई तो बहन ने कब्रिस्तान में ही जोरदार आवाज लगाकर भाई को बद्दुआ देते हुए कहा हे ये अल्लाह अब ये तेरे हवाले है तू आदिल और अहकमूल हाकमीन है.
मैं तुझ से इल्तिजा करती हूं कि उसे अपनी रहमत से महरूम रख जैसे उसने मुझे मेरे बाप की वरासत से 30 साल तक महरूम रखा यह वाकया पैगाम देता है अल्लाह के वास्ते अपनी बहनों का हक़ न खाएं उन्हें बाप की जायदाद से हरगिज़ दूर न रखें और उन्हें उसका हक वक्त पर अदा कर दिया जाए ताकि वो दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर ना हो.