2016 का टी ट्वेंटी वर्ल्ड कप फाइनल भारत में शायद लोगों को न याद हो लेकिन ये फाइनल वेस्ट इंडीज़ कभी नहीं भूल सकता और साथ ही इंग्लैंड के लिए ये एक बुरा सपना जैसे था. इस मैच के आख़िरी ओवर में वेस्टइंडीज़ को जीतने के लिए 19 रन चाहिए थे और 85 रन पर खेल रहे मार्लोन सैमुएल्स ऑफ़ स्ट्राइक थे. स्ट्राइक थी कुछ ही देर पहले क्रीज़ पर बैटिंग करने आये क्रैग ब्रेथवाइट के हाथ में. इंग्लैंड के लिए इससे बड़ा कोई मौक़ा नहीं हो सकता था और इस मौक़े को भुनाने के लिए गेंद मिली बेन स्टोक्स को.
स्टोक्स की पहली गेंद पर ब्रेथवाइट ने छक्का जड़ दिया. इस छक्के के बाद भी जीत के लिए 13 रन चाहिए थे और महज़ 5 गेंदें शेष थीं. इसके बाद जब अगली गेंद पर एक और छक्का पड़ा तो इंग्लैंड के खिलाड़ी चिंता में आ गए लेकिन तीसरी पर फिर एक छक्का पड़ा और चौथी बॉल पर जब एक ही रन बचा तो इंग्लैंड की हार तय हो गई थी लेकिन खेल को ख़त्म छक्के से ही किया गया. ब्रेथवाइट ने स्टोक्स की चार गेंदों पर चार छक्के जड़कर जिस तरह मैच इंग्लैंड के चंगुल से निकाला, उसकी कहानियाँ इंग्लैंड में आज भी लोग भूले नहीं हैं.
स्टोक्स के लिए ये और भी बुरा था क्यूँकि ये चारों छक्के उनकी ही गेंद पर लगे. स्टोक्स इसके बाद आलोचनाओं का शिकार हुए. हालत ये थी कि हर कोई उन्हें टीम में न रखने की वकालत करता था लेकिन मैनेजमेंट का भरोसा स्टोक्स को मिला. स्टोक्स ने इसके बाद इंग्लैंड की टीम को 2019 के एकदिवसीय वर्ल्ड कप में ख़िताब दिलाने में मदद की और इस साल उन्होंने टी ट्वेंटी वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में सधी हुई बल्लेबाज़ी कर इंग्लैंड को फँसे हुए मैच में जीत दिलाई.
पाकिस्तान के गेंदबाज़ों के सामने स्टोक्स जमकर खड़े रहे और 52 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई. स्टोक्स ने इस अर्धशतक की मदद से टीट्वेंटी विश्व कप क्रिकेट में एक ऐसा कारनामा किया जो अब तक महज़ दो और लोगों के पास है. वो टीट्वेंटी विश्व कप और एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में अर्धशतक मारने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं. इसके पहले ये कारनामा भारत के गौतम गंभीर और श्रीलंका के कुमार संगकारा ने किया है. 2019 के विश्व कप फाइनल में बेन स्टोक्स ने इंग्लैंड में लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ 98 गेंद पर नाबाद 84 रन की पारी खेली थी और इंग्लैंड को पहली बार विश्व चैंपियन बनाया था.
आपको बता दें कि रविवार को हुए टीट्वेंटी विश्व कप फाइनल में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 137 रन बनाये थे. इंग्लैंड ने इस मुक़ाबले को 5 विकेट रहते जीत लिया. इंग्लैंड की इस जीत में सैम करेन और बेन स्टोक्स का अहम् योगदान रहा, पाकिस्तान की ओर से अच्छी गेंदबाज़ी हुई लेकिन पाकिस्तान के बल्लेबाज़ों ने ख़राब प्रदर्शन किया. इस जीत के साथ इंग्लैंड टीट्वेंटी वर्ल्ड कप और एकदिवसीय वर्ल्ड कप विजेता एक साथ बन गई है.